Mukhtar Ansari Crime Story- BJP विधायक पर चलवाईं थीं 500 राउंड गोलियां.. मुख्तार अंसारी के खौफ से थर्रा उठा था पूर्वांचल

BJP विधायक पर चलवाईं थीं 500 राउंड गोलियां.. खाली खोखे नहीं गिन पा रही थी यूपी पुलिस, मुख्तार अंसारी के खौफ से थर्रा उठा था पूर्वांचल

Mukhtar Ansari Death To Heart Attack Mukhtar Ansari Crime Story

Mukhtar Ansari Death To Heart Attack Mukhtar Ansari Crime Story

Mukhtar Ansari Crime Story: उत्तर प्रदेश में पूर्वांचल के माफिया डॉन और पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से मौत हो गई है। मुख्तार लंबे समय से बांदा जेल में बंद था। लेकिन वीरवार रात उसकी अचानक तबीयत बिगड़ी। जिसके बाद उसे बांदा के मेडिकल कॉलेज में इलाज के लाया गया। जहां मुख्तार अंसारी को मृत घोषित कर दिया गया। इससे पहले भी हाल ही में मुख्तार अंसारी की तबीयत बिगड़ी थी और तब भी उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

उस समय मुख्तार अंसारी और उसके परिवार की ओर से यह कहा गया था कि, उसे खाने धीमा जहर दिया जा रहा है और मारने की साजिश रची जा रही है। मुख्तार अंसारी का कोर्ट से कहना था कि, उसे ऐसा लगता है कि वह मर जाएगा. ऐसे में अब जब मुख्तार अंसारी की मौत हो गई है तो उसके परिवार और समर्थकों की तरफ से कई सवाल उठाए जा रहे हैं।

फिलहाल, मुख्तार अंसारी की मौत की मजिस्ट्रियल जांच तीन सदस्यीय टीम करेगी। 2 डॉक्टरों का पैनल पोस्टमार्टम करेगा जिसकी वीडियोग्राफी की जाएगी। पोस्टमार्टम के बाद मुख्तार अंसारी का शव उनके बेटे उमर अंसारी को अंतिम संस्कार के लिए सौंप दिया जाएगा। मुख्तार अंसारी की मौत के चलते बांदा, गाजीपुर, मऊ समेत पूरे उत्तर प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था हाई अलर्ट पर है। यूपी पुलिस के साथ पैरामिलिट्री फोर्स के जवान भी तैनात किए गए हैं। खासकर मुख्तार अंसारी के निवास क्षेत्र गाजीपुर में सुरक्षा का खास ध्यान रखा जा रहा है।

मुख्तार अंसारी की आखिरी तस्वीर

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मुख्तार अंसारी पर दर्ज थे इतने आपराधिक मामले

बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी के खिलाफ एक दो नहीं करीब 60 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज थे। इन मामलों में हत्या, सार्वजनिक हिंसा, अपहरण, रंगदारी, गैंगस्टर एक्ट, आर्म्स एक्ट जैसे मामले शामिल हैं। कुछ मामलों में मुख्तार अंसारी को दोषी ठहराते हुए सजा भी सुनाई जा चुकी थी। मुख्तार अंसारी को एक मामले में कोर्ट से आजीवन कारावास की भी सजा मिली थी। मुख्तार लगभग 18 वर्षों से जेल में बंद रहा। हालांकि इस दौरान उसकी जेल बदलती रही। पंजाब की रोपड़ जेल में भी मुख्तार अंसारी कैद रहा।

BJP विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के बाद से मुख्तार का नाम बढ़ा

माफिया डॉन मुख्तार अंसारी का नाम गाजीपुर जिले के मोहम्मदाबाद विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक रहे कृष्णानंद राय की हत्या मामले में खूब चर्चा में रहा है। हत्या के इस मामले का जब-जब जिक्र होता था तब-तब मुख्तार अंसारी के खौफ से पूरा पूर्वांचल दहल जाता था। कृष्णानंद राय की गिनती यूपी के पूर्वांचल में बीजेपी के दिग्गज नेताओं में होती थी। लेकिन चुनावी रंजिश ने मुख्तार अंसारी और कृष्णानंद राय में दुश्मनी पैदा कर दी।

नतीजा यह रहा कि, साल 2005 में कृष्णानंद राय की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई। इस हत्या में मुख्तार अंसारी का नाम खुलकर सामने आया। हालांकि, कृष्णानंद राय की हत्या के समय मुख्तार जेल में था लेकिन कहा जाता है कि मुख्तार ने अपने गैंग के लोगों के साथ जेल से ही कृष्णानंद राय की हत्या की पूरी साजिश रची। कृष्णानंद राय की हत्या के बाद से मुख्तार अंसारी अपराध की दुनिया का एक नामी चेहरा बन चुका था। पूरे उत्तर प्रदेश में मुख्तार अंसारी का नाम लोगों के बीच कुख्यात हो चुका था।

पूर्वांचल में वर्चस्व के लिए खूनी रंग में रंगता गया मुख्तार अंसारी

BJP विधायक कृष्णानंद राय की हत्या की वजह मुख्य रूप से उनकी चुनावी जीत और इधर मुख्तार अंसारी के पूर्वांचल में गिरते वर्चस्व की लड़ाई रही। दरअसल, साल 2002 विधानसभा चुनाव में कृष्णानंद राय ने मोहम्मदाबाद सीट से अफजाल अंसारी को मात दी थी। इस सीट पर मुख्तार अंसारी का प्रभाव था लेकिन फिर भी उसके भाई की हार हो गई। इस हार को वह पचा नहीं सका और पूर्वांचल में वर्चस्व के लिए खूनी रंग में रंगता गया। चुनाव रंजिश और रसूख बनाए रखने के लिए मुख्तार अंसारी और कृष्णानंद राय के बीच ऐसी दुश्मनी बढ़ी कि कृष्णानंद राय खेमे के कई लोग धीरे-धीरे मौत के घाट उतारे गए। इसके बाद 29 नवंबर, 2005 को कृष्णानंद राय समेत सात लोगों की हत्या कर दी गई।

BJP विधायक पर चलवाईं थीं 500 राउंड गोलियां..

मुख्तार अंसारी के गैंग ने जब BJP विधायक कृष्णानंद राय के काफिले पर जब हमला किया तो उस दौरान करीब 500 राउंड गोलियां चलाईं गईं। हमले में एके-47 का इस्तेमाल किया गया था। गोलियों से कृष्णानंद राय का शरीर छलनी-छलनी हो गया था। बताया जाता है कि, कृष्णानंद राय के शरीर से अकले 67 गोलियां निकली थीं। वहीं यूपी पुलिस की हालत यह थी कि, वह हमले के बाद  घटनास्थल पर गोलियों के खाली खोखे गिनते-गिनते शिकस्त हो गई थी।

BJP विधायक कृष्णानंद राय पर हमला हुआ कैसे?

हमले वाले दिन कृष्णानंद राय को गाजीपुर जिले में एक क्रिकेट टूर्नामेंट का उद्घाटन करने के लिए चीफ गेस्ट बनाया गया था। वह वहां पहुंचे और प्रतियोगिता का उद्घाटन किया। इसके बाद उन्हें बगल के एक गांव जाना था। लिहाजा राय बेफिक्र थे। कृष्णानंद राय ने बुलेटप्रूफ गाड़ी नहीं ली। वह दूसरी गाड़ी से अपने काफिले के साथ निकले। वह अपने काफिले के साथ शाम करीब 4 बजे कनुवान गांव की ओर बढ़े तो इस बीच रास्ते में बसनियां चट्टी गांव से डेढ़ किलोमीटर आगे जाने पर अचानक से सिल्वर ग्रे कलर की एक एसयूवी सामने से आई। उसमें से सात-आठ लोग बाहर निकले और उन्होंने एके-47 से गोलियों की बौछार कर दी।

इसमें विधायक कृष्णानंद राय समेत सात लोगों को ताबड़तोड़ गोलियां लगीं। कृष्णानंद राय के हत्या के समय मुख्तार अंसारी भले ही गाजीपुर जेल में बंद था। लेकिन हत्या की वारदात में शामिल उसके गैंग के शूटरों में मुख्य रूप से अताउर रहमान उर्फ बाबू उर्फ सिकंदर, संजीव जीवा उर्फ माहेश्वरी, मुन्ना बजरंगी, राकेश पांडेय उर्फ हनुमान पांडेय विश्वास नेपाली और रिंकू तिवारी का नाम सामने आया था।

मुख्तार के घर मातम तो कृष्णानंद राय के घर खुशियां मन रहीं

मुख्तार अंसारी की मौत से उसके घर-परिवार में तो मातम छाया हुआ है लेकिन दूसरी तरफ BJP विधायक कृष्णानंद राय के घर-परिवार में खुशियां मन रहीं हैं। मुख्तार अंसारी की मौत के बाद पूर्व विधायक कृष्णानंद राय के घर पर आतिशबाज़ी की गई है। वहीं मुख्तार अंसारी की मौत पर कृष्णानंद राय के बेटे पीयूष राय ने कहा कि ये बाबा गोरखनाथ का आशीर्वाद है कि आज उनके दरबार से ये न्याय सुनने को मिला है। रमजान के पावन महीने में अल्लाह का भी ये न्याय मान सकता हूं कि ऐसे अपराधी का पृथ्वी से अंत हुआ है। पीयूष राय ने कहा कि कर्म के दायरे से जब तुम उतरोगे, तो उसकी सजा तुम्हें तड़पने तक नहीं छोड़ेगी।